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अमलियात ए सुलेमानी
अमलियात ए सुलेमानी – Amliyat E Sulemani, ये क़ुरान मे दिया हुआ सबसे ताकतवर अमल है, इस अमल से किसी भी इंसान के हर नामुमकिन काम मुमकिन हो सकते है आज हम आपको सुलेमानी काले इलम और सुलेमानी रूहानी इल्म के बारे मे बता रहे है. इसके अलावा हम आपको मोहब्बत का नक्श ए सुलेमानी भी बतायेगे।
Amliyat E Sulemani
सुलेमानी अमलियात का अमल हैं इसमें आपको बहुत सी कामयाबी भी हासिल होगी।इस अमल को करने से आपकी हर परेशानी दूर हो जाएगी।अमल का तरीका सुलेमानी है।अमल से जुड़ी कुछ जरूरी बातें हम आपके सामने पेश करते हैं।अमल की नजर से आपकी खिदमत में पेश करते हैं।
नायाब सुलेमानी अमल है इसके लिए आपको एक गुलाब का इत्र चाहिए आप गुलाब का इत्र ही ले।अगर बाकी कोई इत्र लेते हैं।तो उसमें एल्कोहल मौजूद होगा एल्कोहल का इत्र अमल को जाया करते हैं।हमारा किया गया हुआ अमल सारा जाया चला जाएगा।इस अमल को आप को जुम्मे के दिन से शुरू करना है।
वैसे तो सुलेमानी अमल एक नहीं बहुत सारे होते हैं।और उनको करने का अलग-अलग अपना तरीका होता है।इस सुलेमानी अमल में बहुत सारे नक्श भी मौजूद होते हैं।आप ईशा की नमाज के बाद 2 रकात नमाज नफील अदा करें।
101 मर्तबा अतल कुर्सी पढ़ना है एक सौ एक बार अतल कुर्सी पढ़ने के लिए आप ताज़बी ले सकते हैं।ताकि आपको गिनने में कोई परेशानी ना हो उसके बाद आप अपने पास इत्र जरूर रखें।जो आपने किसी दुकान से हदिया कराया हो गुलाब का।
किसी से भी आपको इस अमल के बारे में सुलेमानी अमली के बारे में जरा सा भी जिक्र नहीं करना है। अगर सुलेमानी अमल में आपको अतल कुर्सी याद नहीं हो तो आप किसी किताब को अपने सामने रखकर पढ़ सकते हैं।
फिर आपने इत्र को पास की मस्जिद में जाकर आला मुकाम पर रख देना है।यह एक अमलियात ए सुलेमानी है जिसकी कामयाबी जरूर हासिल होगी।
सुलेमानी काले इल्म
सुलेमानी काले इल्म – Sulemani Kala Ilm, सुलेमानी काला इल्म करने के कुछ तरीके हैं।सुलेमानी काली इल्म बड़े ताकतवर होते हैं आप अपना कोई भी काम निकलवा सकते हैं।और इस अमल करने के लिए आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है।इस अमल करने के लिए टाइम या कपड़ा वगैरह की कोई भी डिमांड नहीं है।
आप कहीं भी बैठकर किसी भी जगह पर किसी भी तरीके से बैठकर कोई भी कपड़े में सुलेमानी काले इल्म को कर सकते हैं।इस सुलेमानी इल्म को करने के लिए आपको कुछ चीजों की जरूरत पड़ेगी।एक मिठाई,एक चिराग मिट्टी का अपने हिसाब से कोई भी तरह का ले सकते हैं।और थोड़ी सी रूई आपको लेना है चिराग जलाने के लिए।
इस सुलेमानी काले इल्म के लिए आपको कुछ सुलेमानी ताज़बी को ही पढ़ना होगा।आपको रोज दो ताज़बी को पढ़ना है।अगर आप 108 बार पढ़े तो या फिर आप 216 बार जो भी आप मुनासिब समझे अपने हिसाब से पढ़ सकते हैं।
Sulemani Kala Ilm
अल्लाह बीच हथेली के मोहम्मद बीच कपार, ((अमुक का नाम )मोहिनी मोहे जग संसार, मजे करे मार मार उसे मेरे बायें कदम तरे डाल, जीना मोहब्बत की आन, उस पे पड़े बजा बॉड, बहक लहिला अल्लाह मोहम्मद मेरा राहुअल्ला।
चिराग जला लीजिए और आपको इस ताज़बी को पढ़ने के बाद किसी मीठी चीज को अपने पास रख लेना है।कोई मिठाई वगैरा उस पर दम करना है।अगर उसको खाने के लिए दे तो आप के काले जादू के शिकार में आ जाएगा।वह आपका कहना पूरी तरह से मानना शुरू कर देगा।सही लफ्जों में कहे तो आपके बस में हो जाएगा।
सुलेमानी रूहानी इल्म
सुलेमानी रूहानी इल्म – Sulemani Ruhani Ilm, हजरत सुलेमानी रूहानी इल्म जिस की कुछ तस्वीरें हम पेश करने जा रहे हैं।सुलेमानी रूहानी इल्म बहुत ही ताकतवर और मुजरिम इल्म है।इस इल्म को करने के बाद रूहानी मोकील हाजिर होता है।
तमाम तरह के सवाल आपके जवाब इस रूहानी मोकील के जरिए।यह रूहानी मोकील बताता है यह अमल हजरत सुलेमान रजी अल्लाह ताला से मंसूब है। सुलेमानी रूहानी इल्म में हजरत सुलेमान रजि अल्लाह ताला अन्हा का वादा लिया जाता है।
बहुत ही कामयाब इल्म है इसकी इजाजत सबको है।लेकिन यह रूहानी इल्म है इसीलिए इस इल्म के लिए आप को पाक साफ रहना बेहद ही जरूरी है।रूहानी इल्म के लिए आपको पांच वक्त की नमाज पाबंदियों के साथ पढ़ना लाजमी है।
इसके लिए आप को एक 9 साल उम्र के बच्चे की जरूरत पड़ेगी।क्योंकि जब आप सुलेमानी रूहानी इल्म को करेंगे तो मुअकिल जाहिर होने के लिए उस बच्चे की जरूरत पड़ेगी।
Sulemani Ruhani Ilm
इल्म को सुकून की जगह पर शुरू करें।नौचंदी जुमेरात को ईशा के बाद से आपको इस रूहानी इल्म को 21 दिन तक लगातार करना है।और आपको 313 बार यह कलमे पढ़ने हैं।
کالی چڑی خبر بتانا تیرا کام ہے ورو بر ی لعنت بر شیطان سول وا۔سلیمان دیے
आपको उस बच्चे के दाएं हाथ के अंगूठे पर थोड़ा सा इत्र और काजल लगाना है।और बच्चे से बोलने के उस काजल पर लगे निशान को गौर से देखता रहेगा।22 वे दिन 28 बार आप इस कलमें को पढ़े
خبر بتانا تیرا کام ہے علم مولا دا سلیمان دی چلے آن
सुलेमानी रूहानी इल्म हासिल होगा।काजल पर अरुज होगा सलाम करें।आपका जो भी सवाल जवाब जो भी आपको इल्म हासिल करना है।उन से दारियफ करें।और सलाम करने के बाद उनको रुखसत की इजाजत दें।
मोहब्बत का नक्श ए सुलेमानी
मोहब्बत का नक्श ए सुलेमानी – Mohabbat Ka Naqsh E Sulemani, मोहब्बत का नक्श सुलेमानी बहुत ही कामयाब आजमाया हुआ नक्श सुलेमानी है।इस नक्श को बनाने की इजाजत आम है।आप किसी भी वक्त में किसी भी जगह पर पाक साफ देखकर।इस नक्श को बना सकते है।
इस नक्श सुलेमानी बनाने के लिए आपको जाफरान की कलम का इस्तेमाल करना होगा।इस नक्श सुलेमानी को आप दो वक्त में नहीं बनाना है इस टाइम भी इस नक्श सुलेमानी को हरगिज़ नहीं बनाएं।दिन के 12:00 बजे रात की 12:00 बजे आप बाकी और वक्त में तैयार कर सकते हैं।
नक्श सुलेमानी के जरिए आप किसी को भी अपनी तरफ से मोहब्बत में दीवाना कर सकते हैं। एक बार ही इस नक्श को बना सकते है।एक बार के इस नक्श के इस्तेमाल से आप किसी को भी दीवाना बना लेंगे इतना असरदार यह नक्श सुलेमानी है।
Mohabbat Ka Naqsh E Sulemani
आपको एक साफ-पाक कागज लेना है।उस कागज के चारों तरफ चार कोने वाला बॉक्स बनाएं। बॉक्स में एक बड़ा गोला बनाए फिर उस बड़े गोला के अंदर एक छोटा गोला बनाए।
गोले में सीधी तरफ से 12364776 लिखें। और नक्श सुलेमानी के नीचे अपना और अपने मां का नाम लिखें।नक्श सुलेमानी को सीधे हाथ से उठाया और सात बार आपको इस लफ्ज़ को पढ़कर नक्श सुलेमानी पर दम करना है।
या सफियो या सफियो जब आप यह सब चीजें मुकम्मल कर ले।तो आप नक्श सुलेमानी धोकर जिस शख्स को भी पिलाएंगे। वह आपकी मोहब्बत में गिरफ्तार हो जाएगा।आपसे बेइंतहा मोहब्बत करने लगेगा दीवानों की तरह मोहब्बत का बेहद ही पावरफुल नक्श सुलेमानी है।
Jaisa ki naam se pata chalta hai ye quran mai diya hua sabse takatwar amal hai, ise Amliyat E Sulemani kaha jata hai, aaj hum aapko Sulemani Kala Ilm or Sulemani Ruhani Ilm ke bare mai batayege. Yadi aap ko kisi bhi tarha ki mohabbat se sambandith samasya hai to aap istemaal kare hamara Mohabbat Ka Naqsh E Sulemani, ye aap ki sari mohabbt ki samasyaon ko khatam kar dega.
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